News

अंतिम पंक्ति के किसानों से भी करें सीधा संवाद : (Date: 30-05-2025)

कृषि अनुसंधान से किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। कृषि वैज्ञानिकों से उन्होंने कहा कि हर ब्लॉक में जाएं। कृषि तकनीक की जानकारी उपलब्ध कराएं। किसानों की समस्या के समाधान से ही उनका कल्याण होगा। गांवों की समृद्धि ही देश के विकास का आधार बनेगी। कार्यक्रम में कृषि सचिव संजय अग्रवाल, अटारी निदेशक अंजनी कुमार सिंह, आईसीएआर निदेशक अनूप दास भी मौजूद रहे। 104 टीमें देंगी किसानों को सलाह पंद्रह दिनों तक चलने वाले अभियान के लिए 44 कृषि विज्ञान केन्द्रों में 104 टीम बनाई गई हैं, जो 4662 गांवों में जाकर किसानों को जानकारी देगी। टीमें स्थानीय कृषि-जलवायु परिस्थितियों, मिट्टी के पोषक तत्वों की रूपरेखा, पानी की उपलब्धता और वर्षा के पैटर्न का आकलन करेंगी। मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुरूप, वे उचित फसलों, उन्नत बीजों की किस्मों, आदर्श बुवाई तकनीकों और संतुलित उर्वरक उपयोग करने की सलाह देंगे। चुनौतियां भी साझा करें किसान : अग्रवाल कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने की। उन्होंने कहा कि लैब टू लैंड के विजन को धरातल पर उतारना है। इसमें किसान अपनी चुनौतियों को साझा करेंगे। सवाल पूछेंगे और कीटों के संक्रमण जैसी क्षेत्रीय समस्याओं की रिपोर्ट करेंगे, जो भविष्य के शोध की दिशा में कारगर साबित होगा, जिससे विज्ञान और खेती एक साथ आगे बढ़ेंगे।