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'मेक इन बिहार' को एनडीए सरकार दे रही नई उड़ान; (Date: 14-06-2025)

◆ मढ़ौरा से अफ्रीका जाएंगे 100 रेलवे इंजन
◆ पहली बार बिहार से विदेशों में होगा डीजल इंजन का निर्यात
◆ जून 2025 में अफ्रीका के लिए रवाना होंगे पहले दो इंजन
◆ वैश्विक पहचान का केंद्र बनता मढ़ौरा का रेल इंजन कारखाना

पटना, जून 2025:
बिहार के लिए एक गौरवशाली उपलब्धि की शुरुआत हो चुकी है। मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के सहयोग से 'मेक इन बिहार' अभियान अब अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी छाप छोड़ने को तैयार है। सारण जिले के मढ़ौरा स्थित रेल इंजन कारखाना अब 100 डीजल रेलवे इंजन अफ्रीकी देशों को निर्यात करेगा।

यह पहली बार है जब बिहार से किसी भारी औद्योगिक उत्पाद का इतना बड़ा निर्यात हो रहा है। जून 2025 में दो इंजन की पहली खेप अफ्रीका रवाना होगी। इससे बिहार के औद्योगिक विकास को नई पहचान मिलेगी और राज्य की वैश्विक भागीदारी भी मजबूत होगी।

रेल मंत्रालय और केंद्र सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ के विज़न को धरातल पर उतारते हुए मढ़ौरा का यह कारखाना अब न सिर्फ देश की जरूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि विदेशों में भी 'मेड इन बिहार' की साख बना रहा है।

इस ऐतिहासिक पहल के मुख्य बिंदु:

  • बिहार के औद्योगिक इतिहास में पहली बार विदेशों में भारी तकनीकी सामान का निर्यात।

  • स्थानीय युवाओं को मिलेंगे रोज़गार के नए अवसर।

  • अंतरराष्ट्रीय व्यापार में बिहार की सीधी हिस्सेदारी।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा सोच का परिणाम।

मढ़ौरा की धरती पर बना यह कारखाना अब बिहार की वैश्विक पहचान का प्रतीक बनता जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में यह पहल राज्य को एक औद्योगिक हब में तब्दील कर सकती है।